शून्य साधना सिद्धि
शून्य साधना सिद्धि
यह साधना सरल है और कई साधकों ने इस साधना को सिंद्ध कर सफलता पाई है।यह रमशान साधना है, अमावांस्था की सध्य राचि को दक्षिण दिशा की और मुह कर साधक बेठ जाय और सामने सवा किलो जो के आाटे से एक मानव ,पुतला बना दें उसे. सित्दुर से पोल दें फिर हकीक माला से निम्न मन्त्र का 101 माला जप करे .
मन्त्र
ॐ शून्य पिन्डायै मनोवांछित कार्य सिद्धयै श्मशान कालिके भूत वाहनायै सिद्धयै फट ।
इस तरह नित्य जौ के आाटे से एक मानव ,पुतला बना दें फिर उसे जप पूरा होने पर. दक्षिण: दिशा की और जा कर रख दे , यह २१ दिन की साधना है और साधना समाप्त होने पर . शून्य साधना सिद्ध हो जाती है इसके हारा बह शून्य मैं से कुछ भी प्राप्त कर सकता हैं, नोटों की, मनोवांछित वस्तु प्राप्त करना, 'ताजी भोज्य सामग्री उपलब्ध करना, और अन्य किसी भी प्रकार... के कार्य सम्पन्न करने की क्रिया हो जाती हे
बास्तव में ही यह महत्वपूर्ण साधना है ...साधक इसे सिद्ध कर पूर्ण सफलता पाप्त कर सकता है ।