तंत्र शास्त्र के रस तंत्र शाखा में स्वर्ण
लक्ष्मी की साधना का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है और यदि इस मंत्र
का पूर्ण विधान से निर्मित विशुद्ध संस्कारित
पारद शिवलिंग के सामने २१ दिनों में ५४ हजार मन्त्र जप कर लिया जाये
तो स्वर्ण निर्माण की क्रिया में शीघ्र सफलता मिल जाती है,